Shukrniti – धर्म-ग्रंथों में मनुष्य को कौन से काम करना चाहिए और कौन से नहीं करना चाहिए, इसके बारे में कई बातें बताई गई हैं। शुक्रनीति के अनुसार, ये 3 काम ऐसे हैं, जिन्हें करना तो दूर, जिनके बारे में सोचना भी गलत है।
यह भी पढ़े – 7 महत्त्वपूर्ण शुक्र नीतियां
श्लोक (शुक्रनीति)
कूटेन व्यवहारं तु वृत्तिलोपं न कस्यचित्त।
न कुर्याच्चिवन्तयेत् कस्य मनसाप्यहितं कव्चित्।।
शुक्र निति के उपरोक्त श्लोक में आचार्य शुक्र देव ने तीन ऐसे कामों के बारे में बताया है जिनके बारे में हमें सोचना भी नहीं चाहिए। आइए जानते है कौनसे है वो तीन काम –
1. किसी के साथ बुरा व्यवहार करना:
धर्म-ग्रंथों में हर किसी के साथ समान और प्रेम का व्यवहार करने की बात कही गई है। जो मनुष्य अमीर-गरीब, स्वस्थ-पीड़ित में भेद न करके सभी के लिए समान भावना रखता है और समान व्यवहार करता है, उस पर भगवान हमेशा प्रसन्न रहते हैं और उसकी सभी इच्छाएं पूरी करते हैं। दूसरों के साथ बुरा या घातक व्यवहार करने वाले को समय के साथ खुद भी उसके कई दुष्परिणाम झेलने पड़ते हैं। इसलिए, ऐसा काम करना तो दूर उसके बारे में सोचना भी नहीं चाहिए।
2. किसी की आजीविका को नुकसान पहुंचाना:
कई लोगों का स्वभाव दूसरों की तरक्की से जलने वाला होता है। ऐसे लोग दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उनके लिए सही-गलत के कोई मायने नहीं होते। जिन लोगों के मन में छल-कपट या जलन जैसी भावनाएं रहती हैं, उन्हें भविष्य में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, ऐसी भावनाओं से दूर ही रहना चाहिए।
3. किसी के लिए हिंसा करना:
कई लोगों का स्वभाव हिंसक या बहुत ज्यादा गुस्से वाला होता है। ऐसे लोग किसी को भी नुकसान पहुंचाने से पहले एक बार भी नहीं सोचते। हिंसा करना सभी धर्मों में गलत माना जाता है और ऐसा कर्म करने वाले को जीवन में कभी भी सुख या उन्नति नहीं मिल सकती। इसलिए बेहतर है कि ऐसा कुछ करना तो दूर उसके बारे में सोचे भी नहीं।
Other Similar Posts –
- शुक्रनीति : इन 9 बातों को छिपा कर रखने में ही भलाई है
- शुक्रनीति: कितनी भी कोशिश कर लें, ये 6 चीज़ें हमेशा नहीं टिकती
- शुक्रनीति: दूर रहे इन 4 आदतों से, कर सकती है आपके घर-परिवार का विनाश
- शास्त्रानुसार इन 6 लोगों को भूलकर भी नहीं बतानी चाहिए अपनी गुप्त बातें
- महाभारत: ये 3 लोग कर सकते हैं हर मुसीबत का सामना
Join the Discussion!