पालतू बन्दर से बन गये वेटर :
रेस्टोरेंट का मालिक इन्हे पालतू बन्दर के रूप मे लेकर आया था। लेकिन जब बड़े बन्दर येट चेन ने रेस्टोरेंट के काम दिलचस्पी दीखाना शुरु किया तो मालिक को लगा की ये बन्दर रेस्टोरेंट का काम कर सकता है। फिर एक मालिक ने कस्टमर के आने पर येट चेन को गर्म टॉवल दिया , येट चेन उसे सिधा कस्टमर को देके आ गया, जैसा कि उसका मालिक करता था। रेस्टोरेंट के मालिक के अनुसार उन्होंने कभी भी येट चेन को कोइ ट्रेनिंग नहि दी उसने सब कुछ मुझे देखकर अपने आप सिखा है। हालांकि फुक चेन को उन्हे ट्रेन्ड करना पड़ा।
मालिक और कस्टमर दोनो है खुश :
इन मंकी वेटर से मालिक और वेटर दोनो ही बहुत खुश है। कस्टमर्स के अनुसार इंसानी वेटर्स कि तुलना में यह बहुत अच्छे है क्योकि इंसानी वेटर्स की तरह इनके व्यवहार को लेकर कभी भी शिकायत नहि होती है। दूसरी बात यह की यह कभी भी टिप नहि मांगते है। मालिक के लिए ख़ुशी की बात यह है कि इन मंकी वेटर्स ने उन्हे कभी भी शिकायत का मौका नही दिया है। ये ग्राहकों द्वारा दिए गए आर्डर को एकदम सही समझते है और टेबल तक वही चीज पहुँचाते है। इसके अलावा एक मज़े की बात यह है कि इन्हे तनख्वाह (पेमेंट) में केवल सोयाबीन चिप्स देनी पड़ती है।
ह्यूमन मास्क (इंसानी मुखौटे ) भी पहनते है :
2008 में जब इन्होने काम शुरु किया था तब यह केवल ड्रेस पहन कर काम करते थे ,लेकिन बाद मे ये ड्रेस के साथ साथ ह्यूमन मास्क भि पहनने लगे ताकि कस्टमर्स को ज्यादा फेमिलियर लग सके।
3 नए मंकी वेटर्स हो चुके है तैयार :
जापान में एनिमल राइट्स बहुत सख्त है तथा उनका कडाई से पालन होता है। हालांकि इन बंदरो से वेटर का काम कारवाने के लिए इनके मालिक कोरू ओत्सुका ने सरकार से इज़ाज़त ले रखी है, पर वो इन बंदरो से दिन के कुछ हि घँटे काम करवा सकते है। इसलिए रेस्टोरेंट के मालिक ने तीन और बंदरों को प्रशिक्षण देकर तैयार कर लिया है।
अनोखा है अनुभव :
एक ऐसे रेस्टोरेंट मे खाना खाना, जहाँ आर्डर लेने से लेकर पैसे काटने तक का सारा काम बन्दर करते हो, अपने आप मे एक अनोखा और मज़ेदार अनुभव है। इसलिए यदि कभी आपको जापान जाने का मौका मिले तो आप भी यह रोमांचक अनुभव जरूर लीजियेगा।
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