10 Natural wonders of India : इस लेख में हम आपको भारत के Top 10 नेचुरल वंडर के बारे में बताएंगे, जैसे की भारत की सबसे बड़ी गुफा, सबसे गहरी गुफा, विशव की एक मात्र तैरती झील, चेरापूंजी के लिविंग ट्री रुट ब्रिज, उल्कापिंड की टक्कर से निर्मित लोनार झील, आदि। इन सब जगहों का निर्माण प्रकर्ति ने हज़ारों-लाखों सालो में किया है।
1-लोनर क्रैटर लेक, महाराष्ट्र (Lonar crater lake, Maharashtra)
यह दुनिया की सबसे बड़ी कटोरे के आकार में बनी झील है। इस खूबसूरत झील का नज़ारा आपको महाराष्ट्र में देखने के लिए मिलेगा। क्रैटर एक ऐसा गड्ढा होता है जो आंतरिक विस्फोट से बन जाता है। यह लोनर क्रैटर लेक 50,000 साल पुरानी है। यह झील उल्कापिंड के टकराने से बनी थी। झील के चारों तरफ हरी घास होने की वजह से यह जगह शांत और मन को सुकुन देने वाली लगती है। यह आकाशीय उल्का पिंड की टक्कर से निर्मित पहली झील है। इसका खारा पानी इस बात का प्रतीक है कि कभी यहां समुद्र था। इसके बनते वक्त क़रीब दस लाख टन के उल्का पिंड की टकराहट हुई। क़रीब 1.8 किलोमीटर व्यास की इस उल्कीय झील की गहराई लगभग पांच सौ मीटर है।आज भी वैज्ञानिकों में इस विषय पर गहन शोध जारी है कि लोनार में जो टक्कर हुई,वो उल्का पिंड और पृथ्वी के बीच हुई या फिर कोई ग्रह पृथ्वी से टकराया था। उस वक्त वो तीन हिस्सों में टूट चुका था और उसने लोनार के अलावा अन्य दो जगहों पर भी झील बना दी, हालांकि पूरी तरह सूख चुकी अम्बर और गणेश नामक इन झीलों का कोई विशेष महत्व नहीं रहा है।
2-नीडल होल प्वाइंट, महाबलेश्वरम (Needle hole point, Mahabaleshwar)
पहाड़ के बिल्कुल पीक प्वाइंट पर पहुंच कर देखने का मज़ा ही कुछ और होता है। ऐसी जगह देखने के लिए आपको महाबलेश्वरम जाना होगा। यहां से आप आकर्षक नज़ारे देख सकते हैं। यहां के प्राकृतिक दृश्य देखकर आपका मन मुग्ध हो जाएगा।
3- बेलम केव्स, आंध्र प्रदेश (Belum caves, Andhra pradesh)
इस गुफा को इंडिया की बड़ी गुफा का दर्जा दिया गया है। इसकी लंबाई 3229 मीटर है। इस गुफा के पास आपको हवा के झरोखे, ग्लेशियर और नाले देखने को मिलेंगे। ये एडवेंचर के शौकीनों के लिए खास जगह है। यह गुफा टूरिस्ट्स के लिए 1.5 किमी तक ही खुली हुई है।
4-मार्बल रॉक्स, भेड़ाघाट, जबलपुर (Marble rocks, Bhedaghat, Jabalpur)
मध्य प्रदेश के जबलपुर में घूमने के लिए काफी सारी जगहें हैं, जिनमें से एक मार्बल रॉक्स है। इस पहाड़ के चारों तरफ नर्मदा नदी बहती है। यह पहाड़ तीन किमी तक फैला हुआ है। सूरज की रोशनी पड़ने पर यह मार्बल एक दम सफेद पाइनएप्पल की तरह चमक जाता है और पानी का रंग बदलने लगता है। यह बेहद ही सुंदर और आकर्षक लगता है। इस पहाड़ की खूबसूरती देखने के लिए रात के समय आए।
5-बन्नी ग्रासलैंड्स रिजर्व, इन्जाइमेटिक डांसिंग लाइट्स (Banni grasslands reserve, Gujarat)
शायद इसे देखने पर आपको भुतहा जगह होने का एहसास हो, हालांकि यहां के लोकल लोगों का भी कहना है कि रात के समय बनानी ग्रासलैंड पर अलग-अलग तरह की लाइट्स दिखती हैं। घबराइए मत, यह कोई ऐसी जगह नहीं, जहां भूत-प्रेत हों, बल्कि यह बेहद ही खबूसूरत जगह है। इसे देखकर आप हैरत में रह जाएंगे। गुजरात के रण कच्छ में कुछ ऐसा ही नज़ारा है। इस लाइट पर काफी रिसर्च भी हो चुकी है।
6-बोर्रा केव्स, द डीपेस्ट इन द कंट्री (Borra caves, Ananthagiri hills, Andhra pradesh)
आंध्र प्रदेश के अरकू वैली में अनंतगिरी हिल्स में बनी यहा गुफा सबसे इंडिया की सबसे गहरी गुफा मानी जाती है। यह गुफा 260 फीट गहरी है। इस गुफा की बनावट और पहाड़ की कटाई वाकई देखने लायक है। इस गुफा के ऊपर से मिनरल रिच वाटर निकलता है।
7- अमरनाथ गुफा, कश्मीर (Amarnath cave, Kashmir)
हिंदुओं के पवित्र और धार्मिक स्थलों में अमरनाथ गुफा को सबसे ऊपर माना जाता है। यहां बर्फ की शिवलिंग बनती है। यह एक ऐसी प्राकृतिक संरचना है जो केव की छत से गिरती पानी के उन बूंदों से बनती है जो नीचे आकर बर्फ के रूप में जमती जाती हैं। इस शिवलिंग को हिमानी बाबा भी कहते हैं। गर्मियों में ये पिघल जाती है। यह चंद्रमा की गति के अनुरूप पिघलती हुई समाप्त हो जाती है। भगवान शिव ने अपनी पत्नी पार्वती के साथ यहां पर जीवन के रहस्यों पर विचार किया था।
8-लोकतक लेक, मणिपुर (Loktak lake, Manipur)
लोकतक झील उत्तर-पूर्व भारत (North-East India) की सबसे बड़ी साफ़ पानी की झील है। इसे दुनिया के एकमात्र तैरती हुई झील भी कहा जाता है क्योंकि यहां छोटे-छोटे भूखंड या द्वीप पानी में तैरते हैं। इन द्वीप को फुमदी (Phumadi) के नाम से जाना जाता है। ये फुमदी मिट्टी, पेड़-पौधों और जैविक पदार्थों से मिलकर बनते है और धरती की तरह ही कठोर होते हैं। इन्होंने झील के काफी बड़े भाग को कवर किया हुआ है। फुमदियों से बनी इस झील को देखना अपने आप में एक एक अनोखा अहसास है जो की पुरे विशव में केवल यहीं अनुभव किया जा सकता है। इतने से भी मन न भरे, तो फुमदी पर ही बने टूरिस्ट कॉटेज में रह भी सकते हैं।
9-कॉलमनर बसाल्टिक लावा (Columnar basalt lava, Coconut island, Karnataka)
यहां पर पत्थर किसी पहाड़ से नहीं बने बल्कि ज्वालामुखी से बने है। यह बेहद ही शांत और सुंदर हैं, यहां आपको नारियल के पेड मिलेगें। दरअसल यह पत्थर एक ज्वालामुखी फट जाने के बाद घने चिपचिपे बसाल्टिक लावा बाहर निकलता है जो ठंडा होने पर बाहर निकलता है और बाद में इकट्टा हो जाता है।
10-लिविंग ट्री रुट ब्रिज ऑफ चेरापूंजी (Living tree root bridge, Cherrapunji)
अगर आप कल्पना से परे होकर कुछ देखने का मन है तो आप सीधे मेघालय के चेरापूंजी जाओं, जहां आपको खुद अपनी आंखो पर विश्वास नहीं होगा। यहां पर रबर के पेड़ 3000 फीट तक ऊंचे है। यह पेड बेहद ही पुराने है जिसकी वजह से पेड़ फैल और मुड़ गए है। जिससे नदी के ऊपर पेड़ो का पुल बन गया है जिससे आप आराम से पार कर सकते हैं।
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