13 बार के हमले के बाद भी अंग्रेज नहीं भेद सके इस किले को
इस फौलादी किले को राजस्थान का पूर्व सिंहद्वार भी कहा जाता है। यहां जाट राजाओं की हुकूमत थी जो अपनी दृढ़ता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने इस किले को सुरक्षा प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ा। दूसरी तरफ अंग्रेजों ने इस किले को अपने साम्राज्य में लेने के लिए 13 बार हमले किए। अंग्रेजी सेना तोप से गोले उगलती जा रही थी और वह गोले भरतपुर की मिट्टी के उस किले के पेट में समाते जा रहे थे। 13 आक्रमणों में एक बार भी वो इस किले को भेद न सके। ऐसा कहा जाता है कि अंग्रेजों की सेना बार-बार हारने से हताश हो गई तो वहां से भाग गई। ये भी कहावत है कि भरतपुर के जाटों की वीरता के आगे अंग्रेजों की एक न चली थी।
दिल्ली से उखाड़कर लाया गया किले का दरवाजा
इस किले के दरवाजे की अपनी अलग खासियत है। अष्टधातु के जो दरवाजे अलाउद्दीन खिलजी पद्मिनी के चित्तौड़ से छीन कर ले गया था उसे भरतपुर के राजा महाराज जवाहर सिंह दिल्ली से उखाड़ कर ले आए। उसे इस किले में लगवाया। किले के बारे में रोचक बात यह भी है कि इसमें कहीं भी लोहे का एक अंश नहीं लगा। यह अपनी अभेद्यता के बल पर लोहगढ़ के नाम से जाना गया। इस किले ने समय-समय पर दुश्मनों के दांत खट्टे किये और अपना लोहा मनवाने को शत्रु को मजबूर किया। किले के एक कोने पर जवाहर बुर्ज है, जिसे जाट महाराज द्वारा दिल्ली पर किये गए हमले और उसकी विजय की स्मारक स्वरूप सन् १७६५ में बनाया गया था। दूसरे कोने पर एक बुर्ज है –– फतह बुर्ज जो सन् १८०५ में अंग्रेजी के सेना के छक्के छुड़ाने और परास्त करने की यादगार है।
जब अंग्रेजों ने भरतपुर पर किया आक्रमण
अंग्रेजी सेनाओं से लड़ते–लड़ते होल्कर नरेश जशवंतराव भागकर भरतपुर आ गए थे। जाट राजा रणजीत सिंह ने उन्हें वचन दिया था कि आपको बचाने के लिये हम सब कुछ कुर्बान कर देंगे। अंग्रेजों की सेना के कमांडर इन चीफ लार्ड लेक ने भरतपुर के जाट राजा रणजीत सिंह को खबर भेजी कि या तो वह जसवंतराव होल्कर अंग्रेजों के हवाले कर दे अन्यथा वह खुद को मौत के हवाले समझे। यह धमकी जाट राजा के स्वभाव के सर्वथा खिलाफ थी। जाट राजा अपनी आन–बान और शान के लिये मशहूर रहे हैं। जाट राजा रणजीत सिंह का खून खौल उठा और उन्होंने लार्ड लेक को संदेश भिजवाया कि वह अपने हौंसले आजामा ले। हमने लड़ना सीखा है, झुकना नहीं। अंग्रेजी सेना के कमांडर लार्ड लेक को यह बहुत बुरा लगा और उसने तत्काल भारी सेना लेकर भरतपुर पर आक्रमण कर दिया।
जाट सेनाएँ निर्भिकता से डटी रहीं। अंग्रेजी सेना तोप से गोले उगलती जा रही थी और वह गोले भरतपुर की मिट्टी के उस किले के पेट में समाते जा रहे थे। तोप के गोलों के घमासान हमले के बाद भी जब भरतपुर का किला ज्यों का त्यों डटा रहा तो अंग्रेजी सेना में आश्चर्य और सनसनी फैल गयी। लार्ड लेक स्वयं विस्मित हो कर इस किले की अद्भुत क्षमता को देखते और आँकते रहे। संधि का संदेश फिर दोहराया गया और राजा रणजीत सिंह ने अंग्रेजी सेना को एक बार फिर ललकार दिया। अंग्रेजों की फौज को लगातार रसद और गोला बारूद आते जा रहे थे और वह अपना आक्रमण निरंतर जारी रखती रही। परन्तु वाह रे! भरतपुर के किले, और जाट सेनाएँ, जो अडिग होकर अंग्रेजों के हमलों को झेलती रही और मुस्कुराती रही। इतिहासकारों का कहना है कि लार्ड लेक के नेतृत्व में अंग्रेजी सेनाओं ने 13 बार इस किले में हमला किया और हमेशा उसे मुँह की खानी पड़ी। अँग्रेजी सेनाओं को वापस लौटना पड़ा।
भरतपुर की इस लड़ाई पर किसी कवि ने लिखा था –
हुई मसल मशहूर विश्व में, आठ फिरंगी नौ गोरे।
लड़ें किले की दीवारों पर, खड़े जाट के दो छोरे।
राजा हर उस व्यक्ति से 1 पैसे लेते थे जिसे वो अपने यहां काम पर रखते थे। यह पैसा उस व्यक्ति के धर्म के खाते में जमा होता था। हिन्दू लोगों के पैसे हिन्दूओं के धर्म खाते में और मुस्लिम लोगों के पैसे मुस्लिम धर्म खाते में जमा होते थे। इन पैसों से जो रकम जमा होती थी उसका प्रयोग मंदिर-मस्जिद के कामों में किया जाता था। हिन्दूओं के पैसे से लक्ष्मण मंदिर और गंगा मंदिर बनाए गए, जबकि मुसलमानों के धर्म खाते से शहर के बीचो-बीच बहुत बड़ी मस्जिद का निर्माण किया गया। इसे जामा मस्जिद के नाम से जाना गया।
- कुम्भलगढ़ फोर्ट : वर्ल्ड कि दूसरी सबसे लम्बी दीवार
- राजा जगतपाल सिंह का शापित किला – एक शाप के कारण किला बन गया खंडहर
- भारत के 10 प्रसिद्ध फोर्ट
- शनिवार वाडा फोर्ट – इंडिया के टॉप हॉन्टेड प्लेस में है शामिल
- भानगढ़ का किला – अलवर – यह है भारत का मोस्ट हॉन्टेड किला
Tag- Hindi, News, Information, History, Story, Kahani, Itihas, Lohagarh Fort, Bharatpur, Rajasthan, Eastern Gateway of Rajasthan, Strongest Fort in India,
rajpal singh bahratpur says
i proud of a bharatpur jai veer yodha
Nitin Malik says
Bhai khel ho ya sarhad ho Jato ka koi saani nahi
Bhaskar Sharma says
All facts are real in this post. Thanks for revealing the great history of my BHARATPUR.
jaat shab says
Ji jaat
PAWAN DAHIYA says
I PROUD OF BE A JATT
balwant choudhary says
Jai Bharat ke veering & jaato ki
Ashok parmar says
jai lohagarh ke mahan yodha