Akshay Tritiya Ke Upay | Akha Teej Ke Upay | Akshay Tritiya Ke Totke | वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया ( आखा तीज ) का पर्व मनाया जाता है। अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है क्योंकि इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त देखे किया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र में भी अक्षय तृतीया का बहुत ही अधिक महत्व है।मान्यता है कि इस दिन किए गए उपाय शीघ्र ही शुभ फल प्रदान करते हैं। आज हम आपको अक्षय तृतीया पर किए जाने वाले कुछ खास उपाय बता रहे हैं। इन उपायों को विधि-विधान पूर्वक करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
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अक्षय तृतीया के उपाय | Akshay Tritiya Ke Upay
धन लाभ के लिए उपाय
अक्षय तृतीया की रात साधक (उपाय करने वाला) शुद्धता के साथ स्नान कर पीली धोती धारण करें और एक आसन पर उत्तर की ओर मुंह करके बैठ जाएं। अब अपने सामने सिद्ध लक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें जो विष्णु मंत्र से सिद्ध हो और स्फटिक माला से नीचे लिखे मंत्र का 21 माला जाप करें। मंत्र जाप के बीच उठे नहीं, चाहे घुंघरुओं की आवाज सुनाई दे या साक्षात लक्ष्मी ही दिखाई दे।
मंत्र – ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं ऐं ह्रीं श्रीं फट्
इस उपाय को विधि-विधान पूर्वक संपन्न करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न हो सकती हैं और साधक की धन संबंधी समस्या दूर कर सकती हैं।
ग्रहों का अशुभ प्रभाव कम करने का उपाय
अक्षय तृतीया के दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निपट कर तांबे के बर्तन में शुद्ध जल लेकर भगवान सूर्य को पूर्व की ओर मुख करके चढ़ाएं तथा इस मंत्र का जाप करें-
ऊँ भास्कराय विग्रहे महातेजाय धीमहि, तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् ।
यह उपाय रोज करें। इस उपाय से ग्रहों का अशुभ प्रभाव कम हो सकता है और आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है। अगर यह उपाय सूर्योदय के एक घंटे के भीतर किया जाए तो और भी शीघ्र फल देता है।
समस्याओं के निदान के लिए उपाय
अपने सामने सात गोमती चक्र और महालक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें और सात तेल के दीपक लगाएं। यह सब एक ही थाली में करें और यह थाली अपने सामने रखें और शंख माला से इस मंत्र की 51 माला जाप करें-
मंत्र- हुं हुं हुं श्रीं श्रीं ब्रं ब्रं फट्
अक्षय तृतीया के दिन यह उपाय करने से समस्याओं का निदान संभव है।
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए उपाय
अक्षय तृतीया की रात को अकेले में लाल वस्त्र पहन कर बैठें। सामने दस लक्ष्मीकारक कौड़ियां रखकर एक बड़ा तेल का दीपक जला लें और प्रत्येक कौड़ी को सिंदूर से रंग कर हकीक की माला से इस मंत्र का पांच माला जाप करें-
मंत्र- ऊं ह्रीं श्रीं श्रियै फट्
इस प्रयोग से धन की देवी लक्ष्मी शीघ्र ही प्रसन्न हो जाती हैं और उसके जीवन में फिर कभी धन की कमी नहीं होती।
सुखों की प्राप्ति के लिए उपाय
अपने सामने सात गोमती चक्र और महालक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें और सात तेल के दीपक लगाएं। यह सब एक ही थाली में करें और यह थाली अपने सामने रखें और शंख माला से इस मंत्र की 51 माला जाप करें-
मंत्र- हुं हुं हुं श्रीं श्रीं ब्रं ब्रं फट्
इस प्रकार साधना करने से जीवन के सभी सुख प्राप्त हो सकते हैं।
विवाह में आ रही बाधा दुर करने के लिए
- विवाह में आई बाधाओं को दूर करने में पीपल का महत्व अत्यधिक माना जाता है। अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर नारियल लें। उसे अपने हाथ में रखें और फिर अपने गोत्र का नाम लें। इसके बाद पीपल की 7 परिक्रमा करें। परिक्रमा पूरी करने के बाद नारियल वहीं रख दें और पीपल को प्रणाम करके वापस घर लौट आएं। इससे विवाह में आ रही सभी रुकावटें दूर हो जाएंगी।
- अक्षय तृतीया के दिन मिट्टी के पात्र दान करने का बहुत महत्व है। इस दिन मिट्टी के पात्र या मटकी का दान शिवालय में करें या शिव मंदिर में करें और भगवान शंकर और पार्वती का रुद्राभिषेक करें। इससे भी विवाह में आ रही अड़चनें दूर होती हैं।
कुछ अन्य उपाय –
- अक्षय तृतीया के दिन सोने चांदी की चीजें खरीदी जाती हैं। इससे बरकत आती है। अगर आप भी बरकत चाहते हैं इस दिन सोने या चांदी के लक्ष्मी की चरण पादुका लाकर घर में रखें और इसकी नियमित पूजा करें। क्योंकि जहां लक्ष्मी के चरण पड़ते हैं वहां अभाव नहीं रहता है।
- अक्षय तृतीया के दिन 11 कौड़ियों को लाल कपडे में बांधकर पूजा स्थान में रखे इसमें देवी लक्ष्मी को आकर्षित करने की क्षमता होती है। इनका प्रयोग तंत्र मंत्र में भी होता है। देवी लक्ष्मी के समान ही कौड़ियां समुद्र से उत्पन्न हुई हैं।
- अक्षय तृतीया के दिन केसर और हल्दी से देवी लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक परेशानियों में लाभ मिलता है।
- अक्षय तृतीया के दिन घर में पूजा स्थान में एकाक्षी नारियल स्थापित करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
- इस दिन स्वर्गीय आत्माओं की प्रसन्नता के लिए जल कलश, पंखा, खड़ाऊं, छाता, सत्तू, ककड़ी, खरबूजा आदि फल, शक्कर, घी आदि ब्राह्मण को दान करने चाहिए इससे पितरों की कृपा प्राप्त होती है।
- अक्षय तृतीया के दिन गौ, भूमि, तिल, सोने, घी, वस्त्र, गुड़, चांदी, नमक, शहद दान करने का महत्व बहुत ज्यादा होता है। निर्धन लोगों में भोजन, वस्तुओं का दान आपको फल दिलवाता है। अपने सेवक को वस्तुएं दान करें, उनकी जरूरतों को पूरा करें। ये उपाय आपको अवश्य ही लाभ दिलवाएगा। इस दिन कन्या को अत्याधिक महत्वपूर्ण माना गया है इसलिए इस दिन विवाह भी संपन्न किए जाते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया का दान सीधे सूर्य लोक में प्राप्त होता है।
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