Pitru Paksha Date 2018 | Shradh Tithi 2018 | Pitrapaksh Shraddha Date | श्राद्ध 2018 डेट | पितृ पक्ष श्राद्ध 2018 | पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष अपने पूर्वजों के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करने का और पितृ दोषों से मुक्ति पाने का सबसे सही समय होता है। पितृ पक्ष को महालय के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरन किये गए श्राद्ध कर्म और दान-तर्पण से पूर्वजों को तृप्ति मिलती है। इस से वो खुश होकर अपने वंशजों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते है।
यह भी पढ़े – श्राद्ध करते समय ध्यान रखने योग्य 26 बातें
भाद्रपद पूर्णिमा से लेकर आश्विन अमावस्या का समय पितृ पक्ष कहलात है। पितृ पक्ष आमतौर पर 16 दिनों का होता है पर तिथि के घटने-बढ़ने से यह कम-ज्यादा हो सकता है। एक तिथि का क्षय होने के कारण पितृ पक्ष इस बार 15 दिनों का ही हैं। इस बार पितृ पक्ष 24 सितम्बर से लेकर 8 अक्टूबर तक है। इस बार त्रयोदशी और चतुर्दशी तिथि का श्राद्ध एक ही दिन है। पितृ पक्ष को महालय के नाम से भी जाना जाता है।
यह भी पढ़े – श्राद्ध पक्ष विशेष | किन पितरों का श्राद्ध कब करें
जानिए 2018 में किस तारीख को कौन सा श्राद्ध आएगा | Pitru Paksha Date 2018
- 24 सितंबर 2018 पूर्णिमा श्राद्ध
- 25 सितंबर 2018 प्रतिपदा श्राद्ध
- 26 सितंबर 2018 द्वितीय श्राद्ध
- 27 सितंबर 2018 तृतिया श्राद्ध
- 28 सितंबर 2018 चतुर्थी श्राद्ध
- 29 सितंबर 2018 पंचमी श्राद्ध
- 30 सितंबर 2018 षष्ठी श्राद्ध
- 1 अक्टूबर 2018 सप्तमी श्राद्ध
- 2 अक्टूबर 2018 अष्टमी श्राद्ध
- 3 अक्टूबर 2018 नवमी श्राद्ध
- 4 अक्टूबर 2018 दशमी श्राद्ध
- 5 अक्टूबर 2018 एकादशी श्राद्ध
- 6 अक्टूबर 2018 द्वादशी श्राद्ध
- 7 अक्टूबर 2018 त्रयोदशी श्राद्ध, चतुर्दशी श्राद्ध
- 8 अक्टूबर 2018 सर्वपितृ अमावस्या
अन्य सम्बंधित लेख –
- श्राद्ध में कौन सी वस्तु दान करने से क्या फल मिलता है?
- क्या आपको भी है पितृ दोष? जान सकते हैं इन 7 बातों से
- इन संकेतों से पता चलता है की आप पर है पितरों की कृपा
- शास्त्रों के अनुसार चतुर्दशी तिथि पर नहीं करना चाहिए श्राद्ध, जानिए क्यों ?
- जानिए सबसे पहले किसने किया था श्राद्ध, कैसे शुरू हुई ये परंपरा?
Pitru Paksha Date 2018, Shradh Tithi 2018
Join the Discussion!