Ahoi Ashtami Ke Upay | Ahoi Ashtami | अहोई अष्टमी का व्रत संतानों की लम्बी आयु और सुखमय जीवन के लिए किया जाता हैं। यह व्रत विशेषतया उत्तर – पश्चिम भारत में किया जाता हैं। यह व्रत कार्तिक कृष्ण अष्टमी को किया जाता है। इस दिन व्रत रखकर शाम को अहोई माता की पूजा की जाती है।
यह दिन संतान से सम्बंधित ज्योतिष उपायों के लिए श्रेष्ठ होता है। अगर किसी वजह से आपका पुत्र या पुत्री नि:संतान हैं और संतान प्राप्ति की सारी कोशिशें नाकाम हो रही हैं तो इस दिन किए गए उपायों से संतान सुख भी प्राप्त हो सकता है। अहोई अष्टमी के दिन किए उपाय आपकी संतान की हर मुश्किल दूर कर सकते है।
अहोई अष्टमी के उपाय | Ahoi Ashtami Ke Upay
संतान के करियर, रोजगार और शिक्षा के लिए करें ये उपाय
- अहोई माता को पूजन के दौरान दूध-भात और लाल फूल अर्पित करें।
- इसके बाद लाल फूल हाथ में लेकर संतान के करियर और शिक्षा की प्रार्थना करें।
- संतान को अपने हाथों से दूध भात खिलाएं।
- फिर लाल फूल अपनी संतान के हाथों में दे दें और फूल को सुरक्षित रखने को कहें।
अगर संतान के वैवाहिक या पारिवारिक जीवन में बाधा आ रही हो तो करे ये उपाय
- अहोई माता को गुड़ का भोग लगाए और एक चांदी की चेन अर्पित करें।
- मां पार्वती के मंत्र – “ॐ ह्रीं उमाये नमः” 108 बार जाप करें।
- संतान को गुड़ खिलाएं और अपने हाथों से उसके गले में चेन पहनाएं।
- उसके सर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दें।
अगर संतान को संतान नहीं हो पा रही हो तो करे ये उपाय
- अहोई माता और शिव जी को दूध भात का भोग लगायें।
- चांदी की नौ मोतियां लेकर लाल धागे में पिरो कर माला बनायें।
- अहोई माता को माला अर्पित करें और संतान को संतान प्राप्ति की प्रार्थना करें।
- पूजा के उपरान्त अपनी संतान और उसके जीवन साथी को दूध भात खिलाएं।
- अगर बेटे को संतान नहीं हो रही हो तो बहू को और बेटी को संतान नहीं हो पा रही हो तो बेटी को माला धारण करवाएं।
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