Lakshya Shayari | Goal Shayari
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हर ख़्वाब को अपनी साँसों में रखो
हर मंज़िल को अपनी पनाहों में रखो
जीत ही जीत होगी तुम्हारी
बस अपने लक्ष्य को अपनी आँखों में रखो
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नज़र लक्ष्य पर थी
गिरे और संभलते रहे
हवाओं ने पूरा ज़ोर लगा दिया
फिर भी चिराग जलते रहे
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कोई लक्ष्य बडा नहीं
अगर इरादे मजबूत हो
Lakshya Shayari For WhatsApp
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बड़ा हो जब लक्ष्य तो समय तो लगता है
इतनी आसानी से कहाँ कुछ मिलता है
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विश्वास हो जो मन में
तेरा लक्ष्य है तेरे हक़ में
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लक्ष्य को पाने की चिंगारी रखो सीने में
संघर्ष से मत डरो, तभी मजा है जीने में
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इतनी शिद्दत से मशगूल हो जाओ की
लक्ष्य भी बेताब हो उठे तुम्हें चूमने के लिए
Lakshya Shayari For Facebook
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हर सपने को अपनी आँखों में रखो
हर मंजिल को अपनी बाहों में रखो
हर जीत है आपकी
बस अपने लक्ष्य को अपनी निगाहों में रखो
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ज़िन्दगी में एक ही लक्ष्य की पहचान
क्या है मेरे खुद के अस्तित्व की पहचान
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तरकस से निकला जो तीर है उसका क्या होगा
भेद पायेगा लक्ष्य को या फिर चूक जाएगा
ऐसी उलझने हम खुद बनाते है
यह सोच कर तीर नहीं छोड़ पाते है
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अगर मगर नहीं करो
विश्वास रख, डग भरो
लक्ष्य साधना है गर
धैर्य धर, कर्म करो
Famous Lakshya Shayari
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एक लक्ष्य मेरा की लक्ष्य से निगाह न हटे
बढ़ता रहूं आगे, चाहे मुश्किलें हज़ार आ डटे
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न हो लक्ष्य पूरा तो भी नहीं कोई ग़म
लक्ष्य मेरा की रहे न प्रयास कोई कम
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लक्ष्य साधो तो ही मिलेगा
बिना जतन पता न हिलेगा
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लक्ष्य है सामने किस बात का इंतज़ार है अब
कर दे सही वार पता नहीं मौका मिलेगा कब
Latest Lakshya Shayari
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कुछ पाने के लिए इंतज़ार करना होगा
हार मिले या जीत बस लक्ष्य के लिए मरना होगा
वक़्त कब बीत जाएगा कोशिश करते -करते
मंज़िलो की राहों से लगातार लड़ना होगा
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उठो जागो और लक्ष्य को संर्पित हो जाओ
ऐसा चलो की हर कोई पीछे रह जाए
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होकर मायूस न यूँ
शाम की तरह ढलते रहिये
जिंदगी एक भोर है
सूरज की तरह निकलते रहिये
ठहरोगे एक पाँव पर तो थक जाओगे
धीरे धीरे ही सही मगर
लक्ष्य की ओर चलते रहिये
Lakshya Shayari
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Kamlesh bhai says
My goal line only