2 Line Sad Shayari | 2 Line सैड शायरी
*****
फिर किसी मोड़ पर मिल जाऊँ तो मुहँ फेर लेना तुम
पुराना इश्क़ हूँ फिर उभरा तो कयामत होगी
*****
बहुत मशरूफ हो शायद, जो हम को भूल बैठे हो
न ये पूछा कहाँ पे हो, न यह जाना कि कैसे हो
*****
तोड़ा कुछ इस अदा से ताल्लुक उसने ग़ालिब
के सारी उम्र अपना क़सूर ढूँढ़ते रह गए
*****
सोच रहा हूँ कुछ ऐसा लिखू की वो
पढ़ के रोये भी ना और रात भर सोये भी ना
*****
तुम्हें पा लेते तो किस्सा इसी जन्म में खत्म हो जाता
तुम्हे खोया है तो, यकीनन कहानी लम्बी चलेगी
*****
अजीब तरह से गुजर गयी मेरी भी जिंदगी
सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ
*****
परवाह करने की आदत ने तो परेशां कर दिया
गर बेपरवाह होते तो सुकून-ए-ज़िंदगी में होते
*****
तुम लौटकर आ जाना जब भी तुम्हारा दिल करे
सौ बार भी लौटोगे तो हमें अपना ही पाओगे
*****
अगर तेरी नज़र क़त्ल करने में माहिर है तो सुन
हम भी मर मर के जीने में उस्ताद हो गये हैं
*****
इक टूटी सी ज़िन्दगी को समेटने की चाहत थी
न खबर थी उन टुकड़ों को ही बिखेरे बैठेंगे हम
*****
2 Line Sad Shayari For Boyfriend
शेरो-शायरी तो दिल बहलाने का ज़रिया है साहब
लफ़्ज़ कागज पर उतारने से महबूब नहीं लौटा करते
*****
मेरी हर शायरी मेरे दर्द को करेगी बंया ए गम
तुम्हारी आँख ना भर जाएँ, कहीं पढ़ते पढ़ते
*****
तुम्हारा सिर्फ हवाओं पे शक़ गया होगा
चिराग़ खुद भी तो जल-जल के थक गया होगा
*****
क्या अब भी तुमको चरागों की जरुरत है ऐ सनम
हम आ गए है अपनी आँखों में वफ़ा की रौशनी लेकर
*****
हश्र-ऐ-मोहब्बत और अंजाम अब ख़ुदा जाने
तुझ से मिलकर मिट जाना ही मेरा वजूद था
*****
ये मुहब्बत भी क्या रोग है फ़राज़
जिसे भूले वो सदा याद आया
*****
मेरे सब्र की इन्तेहाँ क्या पूछते हो ‘फ़राज़’
वो मेरे सामने रो रहा है किसी और के लिए
*****
ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूँ
मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता
*****
थोड़ा तो ऐतबार किया होता तूने मुझ पर
मुहब्बत की है तुमसे कोई फरेबी नहीं
*****
ना पेशी होगी… ना गवाह होगा
जो उलझेगा मोहब्बत से वो सिर्फ तबाह होगा
*****
2 Line Sad Shayari For Girlfriend
दो चार नही मुझे सिर्फ एक दिखा दो
वो शख्स जो अन्दर भी बाहर जैसा हो
*****
लाख पता बदला, मगर पहुँच ही गया
ये ग़म भी था कोई डाकिया ज़िद्दी सा
*****
उनकी नज़रो में फर्क अब भी नही
पहले मुड़के देखते थे, अब देखके मुड़ जाते है
*****
मेरी ज़िन्दगी में तुम्हारी दखलंदाजी की आदत गई नहीं
साँसों में भी रुकावट डालते हो हिचकियाँ बनकर
*****
एहसान किसी का वो रखते नहीं मेरा भी चुका दिया
जितना खाया था नमक मेरा, मेरे जख्मों पर लगा दिया
*****
वो तो शायरों ने लफ्जो से सजा रखा है
वरना मोहब्बत इतनी भी हसीँ नही होती
*****
सब मुझे ही कहते हैं की भूल जाओ उसे
कोई उसे क्यूँ नहीं कहता की वो मेरी हो जाए
*****
निकल गया तलाश में उसकी मैं पागलों की तरह
जैसे मुझे अब इंतज़ार नहीं सनम चाहिये
*****
यहाँ हर कोई रखता है ख़बर ग़ैरों के गुनाहों की
अजब फितरत हैं, कोई आइना नहीं रखता
*****
2 Line Sad Shayari For Wife
जुदा होकर भी जी रहे है वो
जो कभी कहते थे ऐसा हो ही नही सकता
*****
वो एक पल ही काफी है… जिसमे तुम शामिल हो
उस पल से ज्यादा तो ज़िंदगी की ख्वाहिश ही नहीं मुझे
*****
मुझको छोड़ने की वजह… तो बता देते
मुझसे नाराज थे या मुझ जैसे हजारों थे
*****
किसी ने विश्वास तोड़ा किसी ने दिल, और
लोगों को लगता है कि बदल गये हम
*****
ठुकराया हमने भी बहुतों को है… तेरी खातिर
तुझसे फासला भी शायद उनकी बददुआओं का असर है
*****
इस बात का एहसास किसी पर न होने देना
के तेरी चाहतों से चलती हैं मेरी सांसें
*****
सलामती खुदा से माँगते हैं उनकी
जिन्होंने खुद उजाड़ा था मुझको
*****
कितने तोहफे देती है ये मोहब्बत भी दोस्तो
दुःख अलग रुस्वाई अलग, जुदाई अलग तन्हाई अलग
*****
मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल आप के बिना
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना
*****
अब चलो फिर से करो छलनि मुझे
ज़ख्म दिल के धीरे धीरे भर गए
*****
2 Line Sad Shayari For Husband
सिखा दी बेरुखी भी ज़ालिम ज़माने ने तुम्हें
कि तुम जो सीख लेते हो हम पर आज़माते हो
*****
तुझे खो कर पाने के लिए लिखता हूँ
आज भी तुझे भूल जाने के लिए लिखता हूँ
*****
हमसे बदल गये वो निगाहें तो क्या हुआ
जिंदा हैं कितने लोग मोहब्बत किये बगैर
*****
ऐ मोहब्बत, तुझे पाने की कोई राह नहीं
तू तो उसे ही मिलेगी, जिसे तेरी परवाह नहीं
*****
तुम क्या जानो अपने आप से कितना मैं शर्मिंदा हूँ
छूट गया है साथ तुम्हारा और अभी तक ज़िंदा हूँ
*****
झूठे वादों पर थी अपनी जिंदगी
अब तो वो भी आसरा जाता रहा
*****
हर खुशी के पहलू हातों से छुट गए
अब तो खुद के साए भी रूठ गए
*****
अज़ीज़ इतना ही रक्खो कि जी सँभल जाए
अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए
*****
चलने का हौसला नहीं रुकना मुहाल कर दिया
इश्क़ के इस सफ़र ने तो मुझ को निढाल कर दिया
*****
जिनके दिल पर चोट लगती है ना दोस्तों
वो आंखों से नहीं दिल से रोते है
- 2 Line Dard Bhari Shayari | 2 लाइन दर्द भरी शायरी
- 2 Line Dard Shayari | 2 लाइन दर्द शायरी
- 2 Line Dua Shayari | 2 लाइन दुआ शायरी
- 2 Line Pita Shayari | 2 Line Shayari On Father
*****
2 Line Sad Shayari For WhatsApp
गिरते हुए आँसुओं को कौन देखता है
झूठी मुस्कान के दीवाने हैं सब यहाँ
*****
वो एक खत जो उसने कभी लिखा ही नहीं
मैं रोज बैठ कर उसका जबाब लिखता हूँ
*****
अभी तो चूर चूर ही हुए हैं तेरे इश्क में
मेरे बिखरने का खेल तो अभी बाकी है
*****
कुछ इस अदा से तोड़े हैं ताल्लुक उसने
एक मुद्दत से ढूंढ़ रहा हूँ कसूर अपना
*****
दो कश मोहब्बत के क्या लिये
जिंदगी ही धुआँ-धुआँ हो गई
*****
न कोई इल्ज़ाम, न कोई तन्ज़, न कोई रुसवाई मीर
दिन बहुत गए यार ने कोई इनायत नहीं की
*****
सुबह होती रही शाम होती रही
उम्र यूँ ही तमाम होती रही
*****
पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है
जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है
*****
राह-ए-दूर-ए-इश्क़ में रोता है क्या
आगे आगे देखिए होता है क्या
*****
न हाथ थाम सके और न पकड़ सके दामन
बहुत ही क़रीब से गुज़र कर बिछड़ गया कोई
*****
2 Line Sad Shayari For Facebook
मत सहल हमें जानो फिरता है फ़लक बरसों
तब ख़ाक के पर्दे से इंसान निकलते हैं
*****
सुनते हैं कि मिल जाती है हर चीज़ दुआ से
इक रोज़ तुम्हे मांग के देखेंगे खुदा से
*****
बड़ी अजीव सी बंदिश थी उसकी मोहब्बत में
न वो खुद क़ैद कर सका न हम आजाद हो सके
*****
अब जिस तरफ से चाहे गुजर जाये कारवां
वीरानियाँ तो सब मेरे दिल में उतर गयी
*****
समझ पाता हूँ देर से मैं दांव-पेंच उसके
वो बाजी जीत जाता है मेरे चालाक होने तक
*****
ये अलग बात है कि तेरी सुनी गयी
वरना खुदा तो मेरा भी वही था
*****
अधूरी हसरतों का आज भी इलज़ाम है तुम पर
अगर तुम चाहते तो ये मोहब्बत ख़त्म ना होती
*****
तसव्वर में न जाने कातिबे तकदीर क्या था
मेरा अंजाम लिखा है मेरे आगाज़ से पहले
*****
कोई तो है मेरे अंदर मुझको संभाले हुए
कि बेकरार होकर भी बरक़रार हूँ मैं
*****
अगर मैं भी मिजाज़ से पत्थर होता
तो खुदा होता या तेरा दिल होता
*****
Latest 2 Line Sad Shayari
एक न एक दिन मैं ढूँढ ही लूंगा तुमको
ठोंकरें ज़हर तो नहीं कि खा भी ना सकूँ
*****
हाथ मेरे भूल बैठे दस्तक देने का फन
बन्द मुझ पर जब उसके घर का दरबाजा हुआ
*****
करीब आने की ख्वाहिशे तो बहुत थी, मगर
करीब आकर पता चला मुहब्बत फासलों में है
*****
तेरे बाद हमने दिल का दरवाजा खोला ही नही
वरना बहुत से चाँद आए इस घर को सजाने के लिए
*****
मोहब्बत के अंदाज़ जुदा जुदा से होते हैं
किसी ने टूटकर चाहा और कोई चाहकर टूट गया
*****
अब जिस के जी में आये वो ही पाए रौशनी
हमने तो दिल जला कर सर-ए-आम कर दिया
*****
लग रहा है भूल गए हो शायद
या फ़िर कमाल का सब्र रखते हो
*****
अपनी ही मोहब्बत से मुकरना पड़ा मुझे
जब देखा उसे रोता किसी और के लिए
*****
हमारे न हो सको तो कुछ ऐसा कर दो
हम जैसे थे हमें फिर वैसा कर दो
*****
उस शख्स को बिछड़ने का तरीका नहीं आता
जाते जाते खुद को मेरे पास छोड़ गया
*****
Famous 2 Line Sad Shayari
मिजाज को बस तल्खियाँ ही रास आईं
हमने कई बार मुस्कुरा कर देख लिया
*****
कमाल की मोहब्बत थी उसको हमसे यारो
बिन बताये ही शुरू हुई और बिन बतायें ही ख़त्म
*****
आज परछाई से पूछ ही लिया क्यों चलती हो मेरे साथ
उसने भी हँसके कह दिया, दूसरा और कौन है तेरे साथ
*****
मौसम की तरह बदल देते हैं लोग हमसफ़र अपना
हमसे तो अपना सितमगर भी नहीं बदला जाता
*****
सिर्फ़ दो ही गवाह थे मेरी वफ़ा के, एक वक्त
और एक वो, एक गुज़र गया और एक मुकर गया
*****
पीने को तो पी जाऊं ज़हर भी उसके हाथो से मैं
पर शर्त ये है की गिरते वक़्त वो अपनी बाहों में संभाले मुझको
*****
माना कि ग़म के बाद मिलती है मुस्कराहटें
लेकिन जियेगा कौन, तेरी बेरुखी के बाद
*****
न जाने कैसी नजर लगी है ज़माने की
वजह ही नहीं मिल रही मुस्कराने की
*****
रोज के वादों पे मर जायेंगे हम
यूँ ही गुजरी तो गुजर जायेंगे हम
*****
न ख्वाहिशें हैं न शिकवे हैं अब न ग़म हैं कोई
ये बेख़ुदी भी कैसे कैसे ग़ुल खिलाती है
*****
Best 2 Line Sad Shayari
अब क्यूँ तकलीफ होती है… तुम्हें इस बेरुखी से
तुम्हीं ने तो सिखाया है कि दिल कैसे जलाते हैं
*****
बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी
फिर भी बेइन्तहा चाहने की बेबसी मेरी
*****
जब कभी फुर्सत मिले मेरे दिल का बोझ उतार दो
मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो
*****
उदास दिल है मगर मिलता हूँ हर एक से हँस कर
यही एक फन सीखा है बहुत कुछ खो देनेके बाद
*****
दिल से मिटा न पाओगे मैंने कहा तो था
तुम किसी और के हो के भी मेरे ही रहे
*****
इतनी शिद्दत से न देख आसमान की तरफ
जिसकी तुझे हसरत थी वो सितारा ही टूट गया
*****
वफ़ा के वादे वो सारे भुला गयी चुप चाप
वो मेरे दिल की दीवारें हिला गयी चुप चाप
*****
ना प्यार कम हुआ है ना ही प्यार का एहसास
बस उसके बिना जिन्दगी काटने की आदत हो गई है
*****
अल्फाज नही हैं आज मेरे पास महफिल में सुनाने को
खैर कोई बात नही, जख्मों को ही कुरेद देता हूँ
*****
New 2 Line Sad Shayari
मौसम की मिसाल दूँ या नाम लू तुम्हारा
कोई पूछ बैठा है बदलना किसे कहते हैं
*****
तुम लौटकर आने की तकलीफ दोबारा मत करना
हम एक बार की गई मोहब्बत दोबारा नहीं करते
*****
शिकवा करूं तो किससे करूं ऐ खुदा
ये अपना मुकद्दर है अपनी ही लकीरें हैं
*****
मैं तो इस वास्ते चुप बैठा हूँ कि तमाशा न बने
और तू समझता है मुझे तुझसे गिला कुछ भी नहीं
*****
मत चाहो किसी को इतना टूटकर ज़िन्दगी में
अगर बिछड़ गए तो हर अदा तंग करेगी
*****
ना जाने वो… कितनी नाराज़ है मुझसे
ख्वाब में भी मिलती है तो बात नहीं करती
*****
तेरी जरूरत.. तेरा इंतज़ार और ये कशमकश
थक कर मुस्कुरा देते हैं.. हम जब रो नही पाते
*****
तेरा ये तीरे-नीमकश दिल के लिए अजाब है
या इसे दिल से खींच ले या दिल के पार कर
*****
बिगाड़ के रख देती है ज़िन्दगी का चेहरा
ए-मोहब्बत… तू बड़ी तेजाबी चीज़ है
*****
वो दिल में है धड़कन में है रूह में है
सिर्फ किस्मत में नहीं तो खुदा से गिला कैसा
*****
2 Line Sad Shayari
उदास कर गई… आज की सुबह भी मुझे
जैसे भुला रहा हो कोई आहिस्ता-आहिस्ता
*****
ज़ख्म ताज़ा हो तो रुक रुक के कसक होती है
याद गहरी हो तो थम थम के क़रार आता है
*****
बेचैनियां बाजार में, नहीं मिला करती यारों
बाँटने वाला… कोई बहुत नज़दीकी होता है
*****
क्या अजीब खेल रहा है इस मोहब्बत का भी
किसी को हम न मिले और कोई हमें न मिला
*****
वहम था कि सारा बाग अपना है तूफान के बाद
पता चला सूखे पत्तों पर भी हक हवाओं का था
*****
उस बुलंदी से तुमने नवाजा क्यों था
गिर कर मैं टूट गया कांच के बर्तन की तरह
*****
हमने तुम्हें उस दिन से और ज़्यादा चाहा है
जबसे मालूम हुआ के तुम हमारे होना नही चाहते
*****
भरी दुनिया में कोई भी नजर आता नहीं अपना
एक दौर ऐसा भी गुजर जाता है इंसान पर
*****
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का
बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम
- 2 Line Judai Shayari | 2 लाइन जुदाई शायरी
- 2 Line Aankhein Shayari | 2 लाइन आँखे शायरी
- 2 Line Bewafa Shayari | 2 लाइन बेवफा शायरी
- 2 Line Bewafai Shayari | 2 लाइन बेवफाई शायरी
*****
2 Line Sad Shayari
मैं खुद कभी बेचा करता था, दर्दे दिल की दवा
आज वक़्त, मुझे अपनी ही दुकान पर ले आया
*****
सुना है आज उसकी आँखों मे आंसू आ गये
वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते हैं
*****
तुम भी कर के देख लो मोहब्बत किसी से,
जान जाओगे की हम मुस्कुराना क्यों भूल गए।
*****
रखे हैं दिल में हम ने बड़े एहतराम से
जो ग़म दिए हैं तुमने मोहब्बत के नाम से
*****
ग़म की तशरीह बहुत मुश्किल थी
अपनी तस्वीर दिखा दी हमने
*****
न जाने किस लिए उम्मीद-वार बैठा हूँ
एक ऐसी राह पे जो तेरी रहगुज़र भी नही
*****
इधर से आज वो गुजरे तो मुँह फेरे हुए गुजरे
अब उन से भी हमारी बेकसी देखी नहीं जाती
*****
जख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैं
मगर हम जख्मों पे मुस्कुराहटों के पहरे रखते हैं
*****
निकले हम दुनिया की भीड़ में तो पता चला
कि हर वह शख्स अकेला है जिसने मोहब्बत की है
*****
किस ख़त में लिख कर भेजूं अपने इंतज़ार को तुम्हें
बेजुबां हैं इश्क़ मेरा और ढूंढता है ख़ामोशी से तुझे
*****
2 Line Sad Shayari
इधर से आज वो गुजरे तो मुँह फेरे हुए गुजरे
अब उन से भी हमारी बेकसी देखी नहीं जाती
*****
जख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैं
मगर हम जख्मों पे मुस्कुराहटों के पहरे रखते हैं
*****
निकले हम दुनिया की भीड़ में तो पता चला
कि हर वह शख्स अकेला है जिसने मोहब्बत की है
*****
किस ख़त में लिख कर भेजूं अपने इंतज़ार को तुम्हें
बेजुबां हैं इश्क़ मेरा और ढूंढता है ख़ामोशी से तुझे
*****
बेदिली क्या यूँ ही दिन गुजर जायेंगे
सिर्फ जिंदा रहे हम तो मर जायेंगे
*****
हम तुझ से किस हवस की फ़लक जुस्तुजू करें
दिल ही नहीं रहा है कि कुछ आरज़ू करें
*****
अपना ही समझते हैं तुम्हें दिल-ओ-जाना हम तुम्हें
दुश्मनों को तो कभी दिल में बसाया नहीं जाता
*****
चुपचाप गुजार देंगे तेरे बिना भी ये ज़िन्दगी
लोगों को सिखा देंगे मोहब्बत ऐसे भी होती है
*****
राह-ए-वफ़ा में हमको खुशी की तलाश थी
दो कदम ही चले थे कि हर कदम पर रो पड़े
*****
राह-ए-वफ़ा ने किसका किसने दिया है साथ
तुम भी चले चलो यूँ ही जब तक चली चले
*****
2 Line Sad Shayari
के बगैर जिसके एक पल भी गुजारा नहीं होता
सितम तो देखिये वही शख्स हमारा नहीं होता
*****
माना की सब कुछ पा लूँगा मैं अपनी ज़िन्दगी में
मगर वो तेरे मेहँदी लगे हाथ मेरे न हो सके
*****
मिला क्या हमें सारी उम्र मोहब्बत करके
बस एक शायरी हुनर एक रातों का जगना
*****
उसने कहा था आँखें भर के देखा कर मुझे
अब आँखें तो भर आती हैं पर वो नहीं दिखते
*****
तमाम उम्र हम वफ़ा के गुनाहगार रहे
यह और बात है कि हम आदमी तो अच्छे थे
*****
न पीछे मुड़ के देखो न आवाज दो मुझको
बड़ी मुश्किल से सीखा है मैंने अलविदा कहना
*****
होशो हवास और ताबो तवा दाग जा चुके
अब हम भी जाने वाले हैं सामान तो गया
*****
मोहब्बत जब सुकून-ए-ज़िन्दगी बर्बाद करती है
तो लब खामोश रहते हैं नजर फरियाद करती है
*****
कासिद के आते आते खत एक और लिख रखूं
मैं जनता हूँ जो वो लिखेंगे जबाब में
*****
हमें भी याद रखना जब लिखो तारीख गुलशन की
के हमने भी लुटाया है चमन में आशियाँ अपना
*****
उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब सिलसिला था
अपना बनाया भी नहीं और किसी का होने भी नहीं दिया
2 Line Sad Shayari
*****
- 2 Line Friendship Day Shayari | 2 लाइन फ्रेंडशिप डे शायरी
- 2 Line Desh Bhakti Shayari | 2 लाइन देशभक्ति शायरी
- 2 Line Aarzoo Shayari | 2 लाइन आरज़ू शायरी
- 2 Line Mothers Day Shayari | 2 लाइन मदर्स डे शायरी
Join the Discussion!