भोंर का उजाला | Bhor Ka Ujala | डॉ लोकमणि गुप्ता जी होम्योपैथिक चिकित्सक है। और बहुत बड़े समाज सेवक है। आइये पढ़ते है आदरणीय डॉ लोकमणि गुप्ता जी द्वारा रचित रचना 'भोर का उजाला'-'कोरोना का आना........गजब हो गया'- मनीष नंदवाना 'चित्रकार'भोंर का उजाला (Bhor Ka Ujala)कोविड गया या नहीं गया,तीसरी लहर आयेगी न आयेगी।किन्तु जो कुछ कोविड ले गया ,उसकी टीस कभी न जायेगी।।ताली घंटे शंख बजाकर,व्यापार कारोबार बन्द … [Read more...]
‘कोरोना का आना……..गजब हो गया’- मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
कोरोना पर गीत | Song For Corona - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'कोरोना का आना........गजब हो गया'कोरोना पर गीत (Song For Corona)'कोरोना का आना........गजब हो गया'कोरोना का आना,आके सताना|परेशान करना गजब हो गया|ना ये होश में हैं,ना हम होश में हैं|बेहोश होना गजब हो गया|कोरोना का आना........गजब हो गया|1|ऐसी बिमारी ना सुनी ना देखी|इसकी ताकत अब जाके देखी|पहली का जाना,दूसरी का आना| लहर … [Read more...]
माँ की रसोई -अंजलि देवांगन (मातृ दिवस पर कविता)
Maa Ki Rasoi | Mothers Day Par Kavita - अंजलि देवांगन द्वारा रचित 'माँ की रसोई'समय कैसे बीत जाता है पता ही नहीं चलताआज माँ को गुजरे समय हो गया माँ तुम बहुत याद आती हो उन्ही के याद में(जब हम छोटे -छोटे थे)माँ की रसोई (Maa Ki Rasoi)खेत के मेढ़ो कीकाली मिट्टी से बनी वह तीन खंडो वाली आकर्षक चूल्हा ....जिस पर गाय के गोबर का लेपन लगाकर अनुभवी हाथों से उसे और मजबूत बनातीवह अद्भुत चूल्हा ....सुखी लकड़ियों … [Read more...]
विश्व रेडक्रॉस दिवस पर हिंदी कविता | World Redcross Day Poem In Hindi
विश्व रेडक्रॉस दिवस पर हिंदी कविता | World Redcross Day Poem In Hindi- अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट आंदोलन के सिद्धांतों को मनाने के लिए 8 मई को हर साल विश्व रेड क्रॉस दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोग रेड क्रॉस वॉलिंटियर्स को जरूरतमंद लोगों की मदद करने में उनके योगदान के लिए श्रद्धांजलि देते हैं। यह दिवस 8 मई को हेनरी डुनेंट की जयंती पर मनाया जाता है। आइये पढ़ते है विश्व रेडक्रॉस दिवस पर … [Read more...]
पुस्तक दिवस पर काव्य रचना – कमलेश जोशी ‘कमल’
Pustak Diwas - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा पुस्तक दिवस पर रचित काव्य-रचना पुस्तक दिवस (Pustak Diwas)उपवन मे खिले कुछ फूल उठा लेते हैं आओ किताबों को अपना बना लेते है।।ऑनलाइन मे पन्ने पलटे नही जाते फट रही किताबों पे जिल्द चढा देते हैं ।।कुछ शीशों मे कैद, कुछ ताक मे रखीचलो इनको आज गले लगा लेते हैं।।लिखा होगा किसी ने बडे इत्मीनान से उन भावनाओं को दिल मे बसा लेते हैं।।किताबें मुखरित होगी, वो … [Read more...]
मानव बस्तियां – कमलेश जोशी ‘कमल’
Manav Bastiya - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचनाओं का संग्रह 'मानव बस्तियां'मानव बस्तियां (Manav Bastiya)हाल बुरे, बढ रही है सख्तियां बंद दुकाने, लग रही तख्तियांपसरा सन्नाटा चारो ओर बसदिखे बस लाल - नीली बत्तियांउजड गए महकते बगीचे कई जाने आएगी कब नई पत्तियांबचकर निकलना तुम भीड से गलतफहमी से मिटी हस्तियांकोरोना वॉरियर तैयार फिर से हो चाहे कठिन ये परिस्थितियांरहना है सजग - सतर्क 'कमल'बची … [Read more...]
महावीर – कमलेश जोशी ‘कमल’
Mahaveer - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'महावीर'महावीर जयंती शुभकामना सन्देश | Mahavir Jayanti Messages, Wishes, SMS In Hindiमहावीर (Mahaveer)हर लेने को हर जन के हृदय की पीर अवतरित हुए इस धरती पर महावीरबढ़ा धरा पे हिंसा, बलि, भेद-भाव बहुत मुक्त कराने आए प्रभु तीर्थंकर महावीरवंश इक्ष्वाकु,कुल क्षत्रिय,गाँव कुंडलपुर सिद्धार्थ-त्रिशला के यहाँ जन्मे … [Read more...]
पवन का पूत – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Pawan Ka Poot - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित हनुमान जी पर रचना 'पवन का पूत'संकट मोचन,गोटे वालापवन का पूत (Pawan Ka Poot)पवन का पूत है जो,अंजनी का सूत है जो|कंचन मुकुट सिर,स्वर्ण गदाधारी है|दुश्मन दमन करें,सभी का संकट हरें|वीर हनुमान वार,करें जब भारी है|भगतों में सिरोमणि,सांसें राममय बनी|भक्ति की सीमा जिसने,पार कर डाली है|लंका को जलाने वाला,सीता को मिलाने वाला|सुरत दिखाने हेतु,छाती … [Read more...]
संकट मोचन,गोटे वाला – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Sankat Mochan Gote Vala - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित हनुमान जी पर रचना 'संकट मोचन गोटे वाला' | यह रचना 'शिरडी वाले सांई बाबा' वाली धून पर हैं|बजरंग बाण के कुछ ख़ास उपाय | Bajrang Baan Ke Upaayसंकट मोचन,गोटे वाला (Sankat Mochan Gote Vala)अच्छे कर्म वाला कोई कहां डरता हैं|तेरी कृपा से तो वो नाम करता हैं|भक्ति तो तेरी,बसी है दिल में|कन्ठ में आके,बन गया गाना|संकट मोचन,गोटे वाला|सब के … [Read more...]
श्रीराम सुमिरण – कमलेश जोशी ‘कमल’
Shri Ram Sumiran - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'श्रीराम सुमिरण'पुष्प वाटिका में सीया राम श्रीराम सुमिरण (Shri Ram Sumiran)जय अवधनाथ दशरथ नन्दनहम सब करते तेरा वंदनदशरथ की आंखो के तारेकौशल्या के राज दुलारेभरत लखन शत्रुघ्न सब भाईदेखि देखि सब हि मुसकाईगुरुकुल जाय के शिक्षा लिन्हीपाय आशीष सेवा किन्हीविश्वामित्र संग वन जायेताड़का मारीच दोउ मारेमिथिला जाय शिव धनु तोड़ामाँ सिया संग नाता … [Read more...]