Poem In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'जहां से तू गुजर जाएं''जहां से तू गुजर जाएं'जहां तुम कदम रख दो,वह धूल भी फूल हो जाएं|पेड़ - पौधें, डाल - पात,फूल, कलियां भी महक जाएं|नृत्य करती, इठलाती, मस्ती में हो,जब - जब जहां से तू गुजर जाएं|1|जिस पथ पर उमंग,उल्लास से तू चल रहीं|जिससे मिलन की,प्यास लिए तू चल रहीं|एक नज़र ही सही,वह तुमको नज़र आएं|जब - जब जहां से तू गुजर जाएं|2|वह … [Read more...]