Duryodhan Ko Kyon Mila Swarg Me Sthan: महाभारत का युद्ध खत्म हुआ। कौरव तो सभी युद्ध में मारे जा चुके थे। पांडव भी कुछ समय तक राज्य करके हिमालय पर चले गए। वहां पर एक, एक करके सभी भाई गिर गए। अकेले युधिष्ठिर अपने एक मात्र साथी कुत्ते के साथ बचे रहे और वे स्वर्ग गए। कहते हैं युधिष्ठिर जीवित ही स्वर्ग में गए थे। वहां उन्होंने स्वर्ग और नरक दोनों को देखा। यह भी पढ़े - पांडवों के स्वर्गारोहण की … [Read more...]
इस चाल से दुर्योधन ने पांडवों के मामा शल्य को युद्ध में कर लिया था अपनी तरफ
Story of Duryodhana and Shalya: महाभारत युद्ध निश्चित समझकर कौरव और पांडव, दोनों पक्ष ने देश-देशांतर के नरेशों के पास सहायता के लिए अपने दूत भेजे। मद्रराज शल्य को भी समाचार मिला।वे अपने महारथी पुत्रों के साथ एक अक्षौहिणी सेना लेकर पांडवों पास चले। शल्य की बहन माद्री का विवाह पांडु से हुआ था। नकुल और सहदेव उनके सगे भांजे थे। पांडवों को विश्वास था कि शल्य उनके पक्ष में ही रहेंगे। शल्य की … [Read more...]
महाभारत में गंधारी ने कब-कब और क्यों हटाई अपनी आँखों से पट्टी ?
When and why Gandhari removed bandage from eyes : गांधारी, गंधार नरेश महाराजा सुबाला की इकलौती बेटी थी और गंधार की राजकुमारी होने की वजह से इनका नाम गांधारी पड़ गया था। गांधारी का विवाह पितामह भीष्म ने महाराज धृतराष्ट्र के साथ करवा दिया था। धृतराष्ट्र के जन्मांध होने के कारण ही विवाहोपरांत गांधारी ने आजीवन अपनी आँखों पर पट्टी बांधे रखने की प्रतिज्ञा की थी। लेकिन गांधारी ने अपने पुरे जीवन में इस … [Read more...]
श्री कृष्ण और दुर्योधन थे समधी
Shri Krishna Duryodhan Mahabharat Hindi Story : महाभारत के युद्ध में कौरवों के विरूद्ध पांडवों का साथ देने वाले श्री कृष्ण दुर्योधन के समधी थे। श्री कृष्ण के पुत्र ने दुर्योधन की पुत्री का हरण कर विवाह किया था।बात यूँ है की दुर्योधन के एक पुत्री थी जिसका नाम लक्ष्मणा था। जब लक्षमणा बड़ी हुई तो दुर्योधन ने उसका विवाह करने के लिए एक स्वयंवर का आयोजन किया। उस स्वयंवर में बहुत से वीर पराक्रमी राज कुमार … [Read more...]