Ghazals On Maa | Ghazals On Mother in Hindi | माँ पर कुछ चुनिंदा ग़ज़लें ****** "माँ" लबो पर उसके कभी बददुआ नहीं होती बस एक माँ है जो कभी खफा नहीं होती इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है माँ बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है मैंने रोते हुए पोंछे थे किसी दिन आंसू मुद्दतों माँ ने नहीं धोया दुपट्टा अपना अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा मैं जब घर से निकलता हूँ दुआ भी साथ … [Read more...]