Pustak Diwas - कमलेश जोशी 'कमल' राजसमंद द्वारा पुस्तक दिवस पर रचित काव्य-रचना पुस्तक दिवस (Pustak Diwas)उपवन मे खिले कुछ फूल उठा लेते हैं आओ किताबों को अपना बना लेते है।।ऑनलाइन मे पन्ने पलटे नही जाते फट रही किताबों पे जिल्द चढा देते हैं ।।कुछ शीशों मे कैद, कुछ ताक मे रखीचलो इनको आज गले लगा लेते हैं।।लिखा होगा किसी ने बडे इत्मीनान से उन भावनाओं को दिल मे बसा लेते हैं।।किताबें मुखरित होगी, वो … [Read more...]
पुष्प वाटिका में सीया राम – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Pushp Vatika Me Siyarama Kavya Rachna In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'पुष्प वाटिका में सीया राम'Ram Navami Shayari | राम नवमी शायरीश्रीराम सुमिरणपुष्प वाटिका में सीया राम (Pushp Vatika Me Siyarama)पुष्प वाटिका में राम आएंसंग में अपने लखन को लाएंराम की सूरत सीया ने देखीदेख के तन मन सुध बुध खो दीमोहिनी मूरत नैना विशाल हैंमंद समीर सी चाल ढाल हैंमंयक मुख में राजीव नयन … [Read more...]
‘नील वर्ण’ और ‘एक मुक्तक’- मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
Kavya Rachna In Hindi - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित रचना 'नील वर्ण' और 'एक मुक्तक'नील वर्णनीले नयन,नीले वसन,उस पर नीली चुड़ियाँ|लाल अधर,लाल दुपट्टा,ललाट लाल बिंदिया|चेहरा उदास,मिलन प्यास,कानों में झुले झुमकियां|चिन्तन मन,करती मनन,कैसे मिटेगी दूरियाँ?मनीष नंदवाना 'चित्रकार'राजसमन्दएक मुक्तकधरा पर स्वर्ग की परी सी लगती हैं|घास पर ओस की बूंद सी लगती हैं|चिन्तन मनन में मग्न हैं तू इस … [Read more...]