Muqaddar Shayari | मुक़द्दर शायरी 2020 **** सुना है अब भी मेरे हाथों कि लकीरों में नाजूमियों को मुक़द्दर दिखाई देता है ***** तकदीर बनाने वाले तुमने तो कोई कमी नहीं की अब किस को क्या मिला यह मुकद्दर की बात है ***** मुक़द्दर की लिखावट का एक ऐसा भी काएदा हो देर से किस्मत खुलने वालो का दुगुना फायेदा हो ***** बात मुकद्दर पे आ के रुकी है वरना कोई कसर तो न छोड़ी थी तुझे चाहने में ***** मुझे मालूम है मेरा … [Read more...]