Ravi Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi Udyapan Vidhi in Hindi | जो प्रदोष व्रत रविवार के दिन पड़ता है वो रवि प्रदोष व्रत या भानु वारा प्रदोष व्रत कहलाता है। इस प्रदोष व्रत का लाभ यह है कि भक्त इस दिन उपवास को रखकर दीर्घायु और शांति प्राप्त कर सकते है। रवि प्रदोष व्रत कथा | Ravi Pradosh Vrat Katha in Hindi एक ग्राम में एक दीन-हीन ब्राह्मण रहता था। उसकी धर्मनिष्ठ पत्नी प्रदोष व्रत करती थी। उनके … [Read more...]
शनि प्रदोष व्रत कथा, पूजा विधि, उद्यापन विधि | Shani Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi
Shani Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi Udyapan Vidhi in Hindi | जो प्रदोष व्रत शनिवार के दिन पड़ता है वो शनि प्रदोष व्रत कहलाता है। शनि प्रदोष व्रत सभी प्रदोष व्रतों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है वह खोये हुए धन की प्राप्ति करता है और जीवन में सफलता प्राप्त करता है। शनि प्रदोष व्रत कथा | Shani Pradosh Vrat Katha in Hindi प्राचीन समय की बात है। एक नगर सेठ … [Read more...]
गुरु प्रदोष व्रत कथा, पूजा विधि, उद्यापन विधि | Guru Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi
Guru Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi Udyapan Vidhi in Hindi | जो प्रदोष व्रत गुरुवार के दिन पड़ता है वो गुरु प्रदोष व्रत कहलाता है। इस उपवास को रख कर भक्त अपने सभी मौजूदा खतरों को समाप्त कर सकते हैं। इसके अलावा गुरुवार प्रदोष व्रत रखने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है। गुरु प्रदोष व्रत कथा | Guru Pradosh Vrat Katha in Hindi एक बार इन्द्र और वृत्रासुर की सेना में घनघोर युद्ध हुआ। देवताओं ने … [Read more...]
सोम प्रदोष व्रत कथा, पूजा विधि, उद्यापन विधि | Som Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi
Som Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi Udyapan Vidhi | जो प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ता है वो सोम प्रदोष व्रत कहलाता है। इस दिन व्रत रखने से भक्तों के अन्दर सकारात्मक विचार आते है और वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त करते है। Happy Som Pradosh Images, Wallpaper, Pictures, Messages, Wishes, SMS सोम प्रदोष व्रत कथा | Som Pradosh Vrat Katha in Hindi एक नगर में एक ब्राह्मणी रहती थी । उसके पति का … [Read more...]
प्रदोष व्रत कथा, पूजा विधि, उद्यापन विधि | Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi
Pradosh Vrat Katha Puja Vidhi Udyapan Vidhi in Hindi | प्रदोष व्रत भगवान शिव और पार्वती को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है जो की हर माह की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है। प्रदोष व्रत प्रदोष काल में ही किया जाता है। सूर्यास्त के बाद रात्रि के प्रथम पहर को जिसे की सांयकाल या तीसरा पहर भी कहते है, प्रदोष काल कहलाता है। हिन्दू पंचांग में एक साल में 12 महीने होता है इस तरह एक साल में 24 … [Read more...]