Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha Dev Uthani Ekadashi Prabodhini Ekadashi Dev Uthani GyarasVrat Katha Pujan Vidhi in Hindi | कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादश को देवउठनी एकादशी, देवउठनी ग्यारस या प्रबोधिनी एकादशी के नाम से जानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्री हरि राजा बलि के राज्य से चातुर्मास का विश्राम पूरा कर बैकुंठ लौटे थे। इसी के साथ इस दिन तुलसी विवाह का पर्व भी संपन्न … [Read more...]
Labh Panchami Saubhagya Panchami | लाभ पंचमी, सौभाग्य पंचमी पूजन विधि
Labh Panchami Saubhagya Panchami Pujan Vidhi in Hindi , Labh Pancham 2019 - 1 November| कार्तिक शुक्ल पंचमी को लाभ पंचमी मनाई जाती है। इसे सौभाग्य पंचमी, सौभाग्य लाभ पंचमी या लाभ पंचम भी कहते है। यह पर्व मुख्यतः गुजरात में मनाया जाता है। जहाँ भारत के बाकी हिस्सों में भाई दूज के साथ ही दिवाली का समापन हो जाता है वही गुजरात में दिवाली का समापन लाभ पंचमी की पूजा के साथ होता है। यह त्योहार व्यापारियों … [Read more...]
देवशयनी एकादशी – व्रत कथा, महत्व व पूजन विधि
Devshayani Ekadashi ki Vrat Katha, Vrat Vidhi, Importance - आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी कहते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने तक पाताल में शयन करते हैं। ये चार महीने चातुर्मास कहलाते हैं। चातुर्मास को भगवान की भक्ति करने का समय बताया गया है। इस दौरान कोई मांगलिक कार्य भी नहीं किए जाते। यह भी पढ़े - देवशयनी एकादशी के उपाय 4 महीने पाताल में … [Read more...]
इन चीज़ों का भोग लगाने पर देवी-देवता होते है जल्दी प्रसन्न
भगवन के प्रिय भोग : हिंदू धर्म में भोजन करते समय सात्विकता के अलावा अच्छी भावना और अच्छे वातावरण और आसन का बहुत महत्व माना गया है। यही कारण है कि सिर्फ इंसान ही नहीं देवता भी भोजन का खास ख्याल रखने पर जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। मान्यता है कि यदि देवी और देवताओं को इन 7 चीजों में से अक्सर किसी का एक का भोग लगाया जाए तो देवी-देवता जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और घर में कभी धन व धान्य की कमी नहीं होती … [Read more...]
नृसिंह चतुर्दशी : व्रत पूजन विधि और कथा
Narsingh Chaturdashi | Narasimha Jayanti | Vrat Katha | Pujan Vidhi | वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नृसिंह चतुर्दशी (Narsingh Chaturdashi) कहते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि को भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकशिपु का वध किया था। इस दिन भगवान नृसिंह को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखा जाता है व पूजा भी की जाती है। व्रत व पूजा की विधि इस प्रकार है-यह भी पढ़े - … [Read more...]
सीता नवमी | जानकी नवमी | व्रत कथा व पूजन विधि
Sita Navami | Janaki Jayanti | Vrat Katha & Poojan Vidhi | - वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को सीता नवमी कहते हैं। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन माता सीता का प्राकट्य हुआ था। इसे पर्व को जानकी नवमी भी कहते हैं। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी पर पुष्य नक्षत्र में जब राजा जनक संतान प्राप्ति की कामना से यज्ञ की भूमि तैयार करने के लिए भूमि जोत रहे थे, उसी समय उन्हें पृथ्वी में दबी हुई एक … [Read more...]
क्यों करें पीपल वृक्ष का पूजन और किन बातों का रखे ध्यान
How To Worship Peepal Tree | Kaise Kare Pipal Ki Puja - पीपल को हिन्दू धर्म में सबसे पूजनीय वृक्ष माना गया है। पीपल का शुद्ध तत्सम नाम अश्वत्थ है। इसे विश्व वृक्ष, चैत्य वृक्ष और वासुदेव भी कहा जाता है। हिंदू दर्शन की मान्यता है इसके पत्ते-पत्ते में देवता का वास रहता है। विशेषकर विष्णु का। ऋगवेद में अश्वत्थ की लकड़ी के पात्रों का उल्लेख मिलता है। अथर्ववेद और छंदोग्य उपनिषद में इस वृक्ष के नीचे … [Read more...]
महाशिवरात्रि व्रत पूजन विधि
Maha shivratri Vrat Pujan Vidhi in Hindi | देवों के देव भगवान भोले नाथ के भक्तों के लिये श्री महाशिवरात्रि का व्रत विशेष महत्व रखता हैं। यह पर्व फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मनाया जाता है। वर्ष 2020 में महाशिवरात्रि का पर्व 21 फरवरी को मनाया जायेगा। इस दिन का व्रत रखने से भगवान भोले नाथ शीघ्र प्रसन्न हों, उपवासक की मनोकामना पूरी करते हैं। इस व्रत को सभी स्त्री-पुरुष, बच्चे, युवा, … [Read more...]
जानीए क्यों है शरद पूर्णिमा का महत्त्व, पूजन विधि और कथा
Sharad Purnima Vrat Katha, Pujan Vidhi, Importance: आश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। इसे कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा भी कहा जाता है। यूँ तो हर माह में पूर्णिमा आती है, लेकिन शरद पूर्णिमा का महत्व उन सभी से कहीं अधिक है। हिंदू धर्म ग्रंथों में भी इस पूर्णिमा को विशेष बताया गया है। ज्योतिष के अनुसार, पूरे साल में केवल इसी दिन चन्द्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है। हिन्दी धर्म … [Read more...]