Rajasthani Prem Geet - मनीष नंदवाना 'चित्रकार' राजसमंद द्वारा रचित प्रेम गीत 'संझा देखो फूल रहीं है' 'प्रेम गीत' 'संझा देखो फूल रहीं है' संझा देखो फूल रहीं है, चंदन जैसी महक रहीं है| फलक के आनन की खुशी यूं, लालिमा में झलक रहीं है| संझा.....महक रहीं है|1| सांझ सुहानी परी - सी लगती| लबों की लाली खीली - सी लगती| बादल - बाल बिखेर बिखेर के, यौवन में वो चहक रहीं है| संझा.....महक रहीं … [Read more...]