Unique tradition of Manikarnika Ghat - Tax for cremation : काशी का मणिकर्णिका श्मशान घाट के बारे में मान्यता है कि यहां चिता पर लेटने वाले को सीधे मोक्ष मिलता है। दुनिया का ये इकलौता श्मशान जहां चिता की आग कभी ठंडी नहीं होती। जहां लाशों का आना और चिता का जलना कभी नहीं थमता। यहाँ पर एक दिन में करीब 300 शवों का अंतिम संस्कार होता है। लेकिन मणिकर्णिका घाट की इसके अलावा भी कई अन्य विशेषताएं है जो … [Read more...]
काशी के मणिकर्णिका शमशान घाट पर जलती चिताओं के पास पूरी रात नाचती हैं सेक्स वर्कर, आखिर क्यों ?
Amazing Tradition : Sex workers ritual dance at Manikarnika ghat : काशी के उस श्मशान पर जिसके बारे में ये मशहूर है कि यहां चिता पर लेटने वाले को सीधे मोक्ष मिलता है। दुनिया का वो इकलौता श्मशान जहां चिता की आग कभी ठंडी नहीं होती। जहां लाशों का आना और चिता का जलना कभी नहीं थमता। पर जब दहकती चिताओं के ठीक करीब डांस होने लगे. मातम के बीच तेज़ संगीत पर लड़कियां थिरकने लगें और जब मौत की ख़ामोशी डांस की … [Read more...]
Holi With Ashes : काशी के महाश्मशान पर जलती चिताओ के बीच चिता भस्म से खेली जाती है होली
Amazing Tradition at Varanasi : Holi with ashes - काशी में होली मनाने की एक अलग परंपरा है। फाल्गुन की रंगभरी एकादशी के दिन बाबा विश्वनाथ देवी पार्वती का गौना कराकर दरबार लौटते हैं। इस दिन बाबा की पालकी निकलती है और लोग उनके साथ रंगों का त्योहार मनाते हैं। दूसरे दिन बाबा औघड़ रूप में महाश्मशान पर जलती चिताओं के बीच चिता-भस्म की होली खेलते हैं। इसमें लोग डमरुओं की गूंज और 'हर हर महादेव' के नारे के … [Read more...]
जंगमवाड़ी मठ, वाराणसी: यहाँ अपनों की मृत्यु पर दान किये जाते है शिवलिंग
Jangamwadi Math History : जंगमवाड़ी मठ (Jangamwadi Math) वाराणसी के सारे मठो में सबसे पुराना है। इसे Jnana Simhasana और Jnana Peetha के नाम से भी जाना जाता है। Jangam का अर्थ होता है शिव को जानने वाला और wadi का अर्थ होता है रहने का स्थान। मठ 50000 sq feet में फैला हुआ है। Jangamwadi math में शिवलिंगों की स्थापना को लेकर एक विचित्र परंपरा चली आ रही है। यहां आत्मा की शांति के लिए पिंडदान … [Read more...]