Watan Ro raha hai - Hindi Poem | वतन रो रहा है - हिंदी कविता ***** भारतीय सभ्यता का पतन हो रहा है । पतन देख करके ये वतन रो रहा है ।। --1-- हवा चल गयी कुछ यहां पे दहेजी । जल गयी दुल्हन कल थी जो बेटी ।। घर-घर में लंका दहन हो रहा है । दहन देख कर ये वतन रो रहा है ।। --2-- सफल है वही राजनीति में नेता । पांव छूकर के है जो वोट लेता ।। ठग डाकुओं को नमन हो रहा है । नमन देख कर ये वतन रो रहा … [Read more...]