Bheed Ke Hum Aadmi Hai - भीड़ के हम आदमी है भीड़ के हम आदमी है दशमलव की पीठ के जीरो नहीं हमे सोचो, हमे समझो परख लो चाहे कभी हम जिये ही नहीं होकर आइनो से अजनबी भीड़ के हम आदमी है उगे है हम, इसी धरती पर यहीं बंद कमरों में कभी भी तुम हमे मत खोजना हम नहीं वो, जिंदगी जिनके लिए परियोजना भीड़ के हम आदमी है दूर अपने से नहीं होंगे कहीं यश मालवीय यह भी पढ़े - उड़ान से पहले - भाई … [Read more...]
उड़ान से पहले – लोग सर पर फॉस्फोरस है उगाये
Log Sar Par phosphorus Hai Ugaaye - लोग सर पर फॉस्फोरस है उगाये तीलियों से जल रहे है बिन जलाये लोग सर पर फॉस्फोरस है उगाये माचिसों से घर, घरों में फंसे चेहरे जिंदगी में दूर तक है धँसे चेहरे आग इनकी कौन आखिरकार बुझाये रौशनी के साथ बींधे जा रहे है खाक होने तक खरीदे जा रहे है घूमते चारों तरफ बस तमतमाये है जुलूसों में, अकेले भी खड़े है इस तरह पीछे मशालों के पड़े है दर्द इनके संग लपट सा … [Read more...]
उड़ान से पहले – बस्ती कुम्हारों की Basti kumharon ki
उड़ान से पहले Udaan se Pahle बस्ती कुम्हारों की Basti Kumharon Ki फिर लगा फुटपाथ करवट सा बदलने पीठ सी दिखने लगी चौड़े पठारों की धुंध के बीच से ही सूरज दिखा नींद में ही लिख उठा कुछ अनलिखा टोलियां गा उठी खुलकर कामगांरो की हाथ आए आग वाले सिलसिले मोम से हो गए लोहे के किले जीत जागी धुप वाले घुड़सवारों की भोर आई रात से लड़कर नई अभी लड़ने को पड़ी राते कई दिये फिर गढ़ने लगी बस्ती कुम्हारों … [Read more...]
उड़ान से पहले – भाई बिना तुम्हारे Bhai Bina Tumhare
Bhai Bina Tumhare In Hindi उड़ान से पहले Udaan Se Pahle भाई बिना तुम्हारे Bhai Bina Tumhare दिखे नहीं पर फूल खिला हो जैसे सिरहाने भाई बिना तुम्हारे कैसे लगता है जाने ? मूछें बेतरतीब, सलीका लेकिन जीवन में बारिश बीच धुप होते थे तुम ही सावन में 'अलबम' का हर चित्र तुम्हारा हमको पहचाने जेठ दुपहरी गुलमोहर थे खुलकर खिलते थे अपने को उड़ेल देते थे जिससे मिलते थे याद तुम्हारी, सुने घर में … [Read more...]