सबसे पहले जानते है जयन्ती का अर्थ क्या होता है – जयं पुण्यं च कुरुते जयन्तीमिति तां विदुः – स्कन्दमहापुराण,तिथ्यादितत्त्व, जो जय और पुण्य प्रदान करे उसे जयन्ती कहते हैं । कृष्णजन्माष्टमी से भारत का प्रत्येक प्राणी परिचित है । इसे कृष्णजन्मोत्सव भी कहते हैं । किन्तु जब यही अष्टमी अर्धरात्रि में पहले या बाद में रोहिणी नक्षत्र से युक्त हो जाती है तब इसकी संज्ञा “कृष्णजयन्ती” हो जाती है … [Read more...]