वाल्मीकि रामायण के अनुसार, बाल्यकाल में जब हनुमान सूर्यदेव को फल समझकर खाने को दौड़े तो घबराकर देवराज इंद्र ने हनुमानजी पर वज्र का वार किया। वज्र के प्रहार से हनुमान निश्तेज हो गए। यह देखकर वायुदेव बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने समस्त संसार में वायु का प्रवाह रोक दिया। संसार में हाहाकार मच गया। तब परमपिता ब्रह्मा ने हनुमान को स्पर्श कर पुन: चैतन्य किया। उस समय सभी देवताओं ने हनुमानजी को वरदान दिए। इन … [Read more...]
हनुमान अष्टमी पर इस विधि से करें हनुमानजी की पूजा
Hanuman Ashtami Pujan Vidhi Of Lord Hanuman: पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 21 दिसंबर, बुधवार को है। इस अवसर पर हम आपको बता रहे हैं कि हनुमान अष्टमी पर किस विधि से हनुमानजी की पूजा करें ताकि साधक को सम्पूर्ण फल मिले। यह भी पढ़े- घर में पूजन सम्बन्धी नियम कायदे हनुमानजी की पूजा करते समय सबसे पहले कंबल या ऊन के आसन पर पूर्व दिशा … [Read more...]
सतयुग में पृथ्वी पर श्री हनुमान जन्म का अदभुत रहस्य
Hanuman Janam Katha चारों युग प्रताप तुम्हारा । है प्रसिद्ध जगत उजियारा ।। ***** रूद्र देह तजि नेह बस हर ते भे हनुमान । ***** यह भी पढ़े- आर्थिक तंगी दूर करने के लिए हनुमानजी के सामने करें 11 पीपल के पत्तों का यह उपाय श्री व्यास जी ने राजा परीक्षित से कहा:-- परीक्षित होनी तो होके रहती है, इसे कोई बदल नही सकता। आज मैं तुम्हे उस रहस्य को बताता हूँ, जो दुर्लभ है। एक समय सृष्टि से जल तत्व … [Read more...]
तुलसीदास जी कृत संकटमोचन हनुमानाष्टक (हिंदी अनुवाद सहित)
संकटमोचन हनुमानाष्टक एवम हिंदी अर्थ (Sankatmochan Hanumanashtak With Hindi Translation) || राम || बाल समय रवि भक्ष लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारों | ताहि सों त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो | देवन आनि करी बिनती तब, छांड़ दियो रवि कष्ट निवारो | को नहीं जानत है जग में कपि, संकटमोचन नाम तिहारो……………………… – 1 अर्थात: बाल्यकाल में जिसने सूर्य को खा लिया था और तीनों लोक में … [Read more...]
कथा – रहस्यमई “चूडामणि” का अदभुत रहस्य “
Hindi Story of Chudamani : आज हम अपने पाठकों को रामायण में वर्णित चूडामणि की कहानी (Story of Chudamani) बता रहे है। इस कहानी में आप जानेंगे की- १--कहाँ से आई चूडा मणि ? २--किसने दी सीता जी को चूडामणि ? ३--क्यों दिया लंका में हनुमानजी को सीता जी ने चूडामणि ? ४--कैसे हुआ वैष्णो माता का जन्म?चौ.-मातु मोहि दीजे कछु चीन्हा जैसे रघुनायक मोहि दीन्हा चौ--चूडामनि उतारि तब दयऊ हरष समेत पवनसुत लयऊचूडामणि … [Read more...]
अदभुत रहस्य – बारह घन्टे के हनुमान ने किया था सूर्य का भक्षण
Hanuman Sun Hindi Story "बाल समय रवि भक्ष लिहेव तब तीनहु लोक भयो अंधियारो" श्री हनुमान जी का जन्म हुआ, जब बारह घन्टे के हुए तो उन्हें बहुत जोर की भूँख लगी। सूर्य देव उदय हो रहे थे। सूर्य की लालिमा को देख कर हनुमान जी बहुत खुश हुए। सूर्य को फल समझकर उसका भक्षण कर लिया। मंगलमय कपि मंगलकारी मंगल मारूति पूत। सकल सिद्धि कर कमल तल, विमल बुद्धि प्रभु दूत ।। बारह घन्टे के हनुमान ने सूर्य को … [Read more...]
जानिए हनुमाजी की किस फोटो की पूजा से मिलता है क्या फल
Worship and Benefits of Lord Hanuman Various Pictures : भाग्य की बाधाओं को दूर करने के लिए हनुमानजी की पूजा सबसे अच्छा और कारगर उपाय है। यदि हम नियमित रूप से पूजा नहीं कर सकते हैं तो हनुमानजी की फोटो के दर्शन रोज करना चाहिए। इसके लिए घर में हनुमानजी की फोटो लगा सकते हैं। आइए जानते है हनुमाजी की किस फोटो की पूजा से क्या फल मिलता है - दुर्भाग्य दूर करने का उपाय दुर्भाग्य दूर करने के लिए … [Read more...]
इन 12 नामो से होती है हनुमानजी की स्तुति, जानिए इनकी महिमा
12 Name of Lord Hanuman : धर्म ग्रंथों में हनुमानजी के 12 नाम बताए गए हैं, जिनके द्वारा उनकी स्तुति की जाती है। गीताप्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित श्रीहनुमान अंक के अनुसार हनुमानजी के इन 12 नामों का जो रात में सोने से पहले व सुबह उठने पर अथवा यात्रा प्रारंभ करने से पहले पाठ करता है, उसके सभी भय दूर हो जाते हैं और उसे अपने जीवन में सभी सुख प्राप्त होते हैं। वह अपने जीवन में अनेक उपलब्धियां प्राप्त … [Read more...]
आर्थिक तंगी दूर करने के लिए हनुमानजी के सामने करें 11 पीपल के पत्तों का यह उपाय
Arthik tangi dur karne ka upay : शास्त्रों के अनुसार हनुमानजी शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवी-देवताओं में से एक हैं। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस के अनुसार माता सीता द्वारा पवनपुत्र हनुमानजी को अमरता का वरदान दिया गया है। इसी वरदान के प्रभाव से इन्हें भी अष्टचिरंजीवी में शामिल किया जाता है। कलयुग में हनुमानजी भक्तों की सभी मनोकामनाएं तुरंत ही पूर्ण करते हैं। बजरंगबली को … [Read more...]
श्रीरामचरित मानस के 7 काण्ड (अध्याय) में से सुंदरकांड का सर्वाधिक महत्तव क्यों है?
Importance Of Sundarkand In Hindi : तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस में कुल 7 काण्ड (अध्याय) है लेकिन इन सातों काण्ड में से सर्वाधिक महत्तव सुन्दर काण्ड का है। लेकिन ऐसा क्यों है आज हम इसका कारण जानेंगे। श्रीरामचरित मानस में हैं 7 काण्ड श्रीरामचरित मानस में 7 काण्ड (अध्याय) हैं। सुंदरकाण्ड के अतिरिक्त सभी अध्यायों के नाम स्थान या स्थितियों के आधार पर रखे गए हैं। बाललीला का … [Read more...]