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Kavya Rachna In Hindi – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित रचना ‘नील वर्ण’ और ‘एक मुक्तक’
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नील वर्ण
नीले नयन,नीले वसन,
उस पर नीली चुड़ियाँ|
लाल अधर,लाल दुपट्टा,
ललाट लाल बिंदिया|
चेहरा उदास,मिलन प्यास,
कानों में झुले झुमकियां|
चिन्तन मन,करती मनन,
कैसे मिटेगी दूरियाँ?
मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
राजसमन्द
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एक मुक्तक
धरा पर स्वर्ग की परी सी लगती हैं|
घास पर ओस की बूंद सी लगती हैं|
चिन्तन मनन में मग्न हैं तू इस तरह,
ज़िंदगी में किसी की कमी सी लगती हैं|
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मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
राजसमन्द
मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित रचनाओं का संग्रह
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