New Year Poem In Hindi – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित नव वर्ष पर कविता
नव सूर
नव धूप हो
एक नव रुप हो
नव भाव
नव बात हो
एक नव प्रभात हो
नव रंग
नव रुप हो
एक नव स्वरुप हो
नव पथ
नव गमन हो
एक नव चमन हो
नव उल्लास
नव उमंग हो
एक नव तरंग हो
नव सुर
नव तान हो
एक नव गान हो
वही तन
वही मन हो
वही पहले सा प्यार हो
एक नव बहार हो
एक नव बहार हो
मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
राजसमंद
🌹|| आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ||🌹
मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित रचनाएं-
- रुढ़ कर तुम मुझसे कहां जाओगी
- काह्ना
- ‘भारत पुण्य धरा हैं प्यारी’
- ‘तेरे कारण ही घर में हुई थी दीवार खड़ी’
- ‘मैं ना जाउंगा अब यूं, तुझे छोड़कर’
- ‘तुम हो मेरे साथ में’
यह भी पढ़े –
Related posts:
दर्द की सच्चाई - आचार्य डॉ अजय दीक्षित "अजय"
कवि की करुण पुकार - आचार्य डॉ अजय दीक्षित "अजय"
राम सृष्टा भी हैं और सृष्टि भी - कुमार विश्वास
शरीर का सार - आचार्य डा.अजय दीक्षित "अजय"
भोंर का उजाला - डॉ लोकमणि गुप्ता
कविता - बेटी जब घर आती हैं
'कोरोना का आना........गजब हो गया'- मनीष नंदवाना 'चित्रकार'
माँ की रसोई -अंजलि देवांगन (मातृ दिवस पर कविता)
विश्व रेडक्रॉस दिवस पर हिंदी कविता | World Redcross Day Poem In Hindi
पुस्तक दिवस पर काव्य रचना - कमलेश जोशी 'कमल'

Join the Discussion!