Bharat Puny Dhara Hai Pyasi – आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। स्वतंत्रता दिवस पर पेश है मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित कविता ‘भारत पुण्य धरा हैं प्यारी’
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‘भारत पुण्य धरा हैं प्यारी’
भारत पुण्य धरा हैं प्यारी ।
रजत हिम के कण कण में,
शांति पाती हैं,मानव जाती ।
भारत……………प्यारी ।
गंगा के पावन जल से,
लहराती हैं केसर क्यारी ।
भारत…………….प्यारी ।
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई,
यह सब पैर भुजा हैं सारी ।
भारत…………….प्यारी ।
सिंह शावक संग शैशव खेले,
सत्य के लिए पत्नी भी त्यागी ।
भारत…………….प्यारी ।
पिता के वचनों के खातिर,
अयोध्या त्याग बने वनवासी ।
भारत…………….प्यारी ।
यात्रा हेतु माता – पिता के,
प्राण त्याग बने बलिदानी ।
भारत…………….प्यारी ।
भारत वीर चले जब – जब भी,
दुश्मन की दुनिया थर – थर कांपी ।
भारत…………….प्यारी ।
आज भी विश्व गुरु हैं भारत,
दुनिया में प्रतिमा सबसे न्यारी ।
भारत…………….प्यारी ।
मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित रचनाएं-
- काह्ना
- प्रेम गीत – ‘संझा देखो फूल रहीं है’
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- जन जन झूम रहा हैं
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