Gomati Ka Neer Kavya Rachna In Hindi – मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित रचना ‘गोमती का नीर’
‘गोमती का नीर’ (Gomati Ka Neer)
गोमती का नीर नीर|
आता नौ चौकी के तीर|
तृण तृण कण कण|
श्रृंगार ये कराता हैं|1|
जन जन हर मन|
हरता हैं पीर पीर|
पर्वतों की काया|
हरी भरी कर जाता हैं|2|
बादलों की बूंद बूंद|
झरती हैं झर झर|
झील का आंचल|
समुंद्र सा लहराता हैं|3|
लहरें भी उठ उठ|
गिरती हैं जब जब|
झील का जल जैसे|
गगन चूम आता हैं|4|
श्वेत शिला नव पाज|
बरखा ने मांजे आज|
नौ चौकी का नव नव|
रुप दिख आता हैं|5|
तीनों छतरी परी – सी|
चमकी हैं चांदी जैसी|
स्वर्ग सा आनंद आज|
आंगन फैल जाता हैं|6|
मोगरा कनेर कली|
चंपा चमेली खिली|
सुमन सुगंध से,
चमन महकाता हैं|7|
अंबा माता घेवर माता|
मामा भाणेज दयाल शाह|
श्रद्धा से चरणों में|
शिश झुक जाता हैं|8|
पूरी झील भरती हैं|
चादर जब चलती हैं|
कृष्ण पैर छुने जल|
मंदिर तक जाता हैं|9|
नौ चौकी पाल तले|
संस्कृति साहित्य पले|
जन कवि कलाकार|
फनकार बन जाता हैं|10|
मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’
राजसमंद
मनीष नंदवाना ‘चित्रकार’ राजसमंद द्वारा रचित रचनाओं का संग्रह
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